भ्रमण क्षेत्र

संत बालीनाथजी महाराज का भ्रमण क्षेत्र काफी विस्तृत रहा है। भारत भूमि का शायद कोई स्थान रहा हो जहां संत श्री न गये हो। तीर्थयात्राओं के दौरान आपने चारों धाम एवं बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सन्‌ १९२० के आस-पास अवंतिका नगरी में प्रवेश किया। आपने नगर के सुदूर पूर्व में स्थित वेश्या टेकरी, उण्डासा, माधेपुर तालाब के किनारे स्थित शिव मंदिर और नौलखा बीड़ को अपनी तपस्या व साधना स्थली का केन्द्र बनाया । साथ ही अवंतिका-पंचक्रोशी मार्ग में स्थित गांव में पंचक्रोशी यात्रा के दौरान जा-जाकर लोगों में अपने सत्संग, प्रवचन के माध्यम से जनजागृति लाने का कार्य किया । पंचक्रोशी मार्ग में स्थित ग्राम गोंदिया में उनकी साधना स्थली इस बात की गवाह है।
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